ऑनलाइन अर्निन्ग ऐप और यूट्यूब

 आजकल यूट्यूब पर ढेरों ऐसे चैनल ट्रेन्ड कर रहे हैं जो दावा करते हैं कि ऑनलाइन लघु  अर्निन्ग के 100% जेनुइन और कारगर ट्युटोरियल प्रोवाइड कर रहे हैं। इनके वीडियो देख कर मन में एक सवाल उठा कि क्या वाकई खाली समय में मोबाईल से इसप्रकार कमाई की जा सकती है?फिर हमने शुरू किया पड़ताल। 

             सबसे पहले तो ढेरों सब्स्कइबर वाले ऐसे तीन चैनल सब्स्क्राइब किए और इन पर उपलब्ध वीडियोज का अवलोकन किया। हर वीडियो में बिना किसी सीधे उपयोगिता सृजन के उटपटांग हरकतों से टाईमपास करते हुए रूपये और डालर कमाने की चर्चा थी।कुछ में पेमेन्ट प्रूफ की बात भी  की गई। किसी वीडियो का टाइटल होता है फलां ऐप से घर बैठे रोज़ कमाए 1500 रूपये  तो किसी का थंबनेल है-- विज्ञापन देखकर रोज 1200₹ कमाए। कोई कहता है $ में कमाई करें। 

                    दूसरे स्टेप में हमने ऐसी दो ऐप्स डाऊनलोड कर इन्स्टॉल की।रजिस्टर किया और जुट गये अर्निन्ग करने के प्रोसेस में। लाकडाऊन का समय था तो फ़ुरसत से कमाने की जुगाड़ में लग गए। सारे उपाय कर लिए पर एक-डेढ रूपये से अधिक न कमा पाया दिन भर में। उपर से तुर्रा यह कि कम से कम ••••••रूपये कमाने पर ही पेमेन्ट लगा सकते हैं। लगे हाथों बिना ऐप के डालर $ में कमाई कराने वाली तथाकथित साईट liteGPT.com की तहकीकात भी कर ली। एक सप्ताह की माथापच्ची के बाद हुई कमाई महज 0•13647$ ।इस प्रकार तथाकथित एच आर प्रोफेशनल्स,ऑनलाइन अर्निन्ग एजुकेटर्स और यूट्युबर्स के दावों की पोल खुल गयी। या साफ़ साफ़ कहें तो सारा खेल चैनल के व्यू,लाइक,कमेन्ट, सब्स्क्राइबर बढाने का है। इन्सानी फ़ितरत लालच का इस्तेमाल कर अपनी आमदनी बढाने का इससे अच्छा उदाहरण और क्या हो सकता है?

        यदि बगैर किसी स्किल के आप ऑनलाइन अर्निन्ग का ख्वाब देख रहे है तो ये बेहूदा खयाल ज़ेहन से निकाल फेकिए। 

              एक महत्वपूर्ण बात बात बताना तो भूल ही गया। ये सारे माइक्रो अर्निन्ग ऐप और साईटस कहीं न कहीं फिशिंग यानि इन्टरनेट फ्राड में भागीदार हैं या सहायक है। इनसे सावधान रहने की जरूरत है। मेरी इस सारी कवायद का परिणाम ये हुआ कि मेरा जी मेल अकाउंट हैक कर लिया गया। किसी Linux सिस्टम के द्वारा मेरे अकाउंट में साइन इन किया गया। यह बात जी मेल के सिक्योरिटी एलर्ट के माध्यम से पता चली। 

        

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